Friday, January 20, 2012

नागपुर रमन साइंस एंड प्लेनेटोरियम प्रथम विज्ञान एक्सपो में विद्यार्थियों का भारी प्रतिसाद

 गांधीसागर स्थित रमन साइंस एंड प्लेनेटोरियम में आयोजित प्रथम विज्ञान एक्सपो के दूसरे दिन शुक्रवार को विद्यार्थियों और प्रयोगकर्ताओं के बीच जिज्ञासा और सामाधान का आदान-प्रदान चलता रहा. करीब दर्जनभर स्कूलों के छात्रों ने विज्ञान मेले में घूमकर तकनीकी और अनुसंधानों का जायजा लिया. मालूम हो कि एक्सपो में विज्ञान और प्रौद्यौगिकी से संबंधित 14 स्टाल लगे हुए हैं. बच्चों ने इसमें मनोरंजन के साथ शिक्षाप्रद मार्गदर्शन प्राप्त किया. विज्ञान एक्सपो को बच्चों के बीच अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है.
कई वैज्ञानिक प्रक्रिया के मॉडल्स, कई तरह के जीवाश्म, दुर्लभ औजार और विज्ञान से जुड.ी ढेर सारी प्रतिकृतियां मेले का विशेष आकर्षण हैं. पर्यावरण और पेट्रोलियम के बचाव, नींबूवर्गीय फलों, एटॉमिक एनर्जी और तंत्र ज्ञान आदि में चल रहे अनुसंधानों को स्मारिका, पावर प्वाइंट प्रजेंटशन के जरिए छात्रों को समझाया जा रहा है.
विज्ञान एक्सपो में विभिन्न विषयों पर व्याख्यान माला भी आयोजित की जा रही है. रमन साइंस सेंटर के ए.एन. पाठक ने कहा कि वैसे तो आयोजन सभी आयु वर्ग के लिए है लेकिन इसमें बच्चे ज्यादा रुचि दिखा रहे हैं. हमारा प्रयास है कि विज्ञान की बुनियादी जानकारी के साथ बंद कमरों में हो रहे प्रयोगों को बाहर निकाला जाए. आम जनता को भी ऐसे आयोजन से दैनिक जीवन में वैज्ञानिक अहमियत को समझने में मदद मिलेगी. ये पहला साल है, हम कोशिश करेंगे कि इसे और प्रभावी ढंग से आगे भी जारी रखें.
वैज्ञानिक मॉडलों में
दिखाई दिया युवा जोश

रमन विज्ञान एक्सपो में बच्चों ने ज्यादातर परमणु ऊर्जा खनन विज्ञान और रिमोट सेंसिंग प्रौद्योगिकी के मॉडलों को देखने में अपनी रुचि दिखाई. स्टाल पर छात्रों की लगी भीड. से जाहिर हो रहा था कि अंतरिक्ष अनुसंधान और जैव विज्ञान से संबंधित अनुसंधानों में छात्रों की विशेष रुचि है. दसवीं के छात्र शुभम नायक ने बताया कि उन्हें प्रदर्शनी में घूमकर अच्छा लगा. अंतरिक्ष अनुसंधान मेरा प्रिय विषय है. इस विषय के बारे में हो रही बेसिक जानकारियों के साथ मैंने नोट्स भी लिये.
आबरा का डाबरा ;
जान गए जादू का सच-

सुयश ने बताया कि आज मैंने जादूगरों की असलियत जान ली. इस एक्सपो से पहले तक हम जादूगर द्वारा दिखाई जाने वाली खून की नकली कला पर विश्‍वास करते रहे. आज पता चला कि वह एक मामूली रासायनिक क्रिया का परिणाम भर है.
अपनी मिट्टी के प्रति जागरूकता
भा.मृ.स.ए.भू.उ.नि. ब्यूरो के जगदीश प्रसाद ने बताया कि घूमने आए बच्चों ने मृदा और खनिज में हो रहे अनुसंधान को लेकर अनेक सवाल किए. अधिकांश बच्चे 'इरोजन' की प्रक्रिया के बारे में जानने को उत्सुक दिखे.
मानव विकास के साथ लोककलाओं में दिखाई रुचि- एंथ्रोपॉलाजी सर्वे ऑफ इंडिया के लगाए गए स्टाल पर पहुंचकर बच्चों ने मानव के जेनेटिक विकास और आदिवासी तथा लोकजीवन के बारे में रुचि दिखाई. मानव विज्ञानी श्रीनाथजी ने बताया कि बच्चों ने मानव विकास के क्रम के बारे में सवाल किए. साथ ही आदिवासी संस्कृति के रहन-सहन और उनके उपकरण तथा लोकजीवन के बारे में जानकारी प्राप्त करने को आतुर दिखे. प्रदर्शनी के आयोजन का उद्देश्य भी लोगों में बुनियादी जागरूकता बढ.ाना होता है. साथ ही प्राचीन और आदिवासी संस्कृति और सभ्यता के बारे में भी सुलभ जानकारियों का प्रसार करना होता है.
पिकनिक के साथ पढ.ाई
साइंस एक्सपो में बच्चों ने एजुकेशन ट्रिप के साथ पिकनिक और मनोरंजन का आनंद उठाया. रमन एक्सपो में प्रदर्शनी देखने के बाद पार्क में बच्चों ने खूब धमाकचौकड.ी की. झूला, दौड.-भाग और पार्क में कबूतरों के लिए बनी रिहायश में शरारत करके समय काटा. मार्गदर्शन कर रहे शिक्षकों ने भी इसे अनदेखा किया.
ईंधन बचाने संबंधी परचों को देखता एक छात्र. स्कूली बच्चों, शिक्षकों और पालकों ने विविध स्टालों में जाकर संबंधित संस्थानों के क्रियाकलापों की जानकारी ली. अपनी जिज्ञासा को शांत किया. सरकारी बहादुर यहां भी पीछे
सरकारी स्कूलों की हालत का अंदाजा हाल ही में गैरसरकारी संगठन द्वारा जारी प्रथम रिपोर्ट से पता चलता है. जिसमें सरकार द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों के बच्चों की दक्षता पर सवाल खड.ा हुआ. उनके रवैये का अंदाजा मेले में उनकी उपस्थिति से भी लगाया जा सकता है. विज्ञान एक्सपो में घूमने आने वालों में अंग्रेजी माध्यम के पब्लिक स्कूल के बच्चों की संख्या ज्यादा रही. पालिका स्कूलों के इक्का दुक्का बच्चे ही घूमते नजर आए, वो भी अपने पालकों के साथ.

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