Friday, April 20, 2012

मनपा ने थूकने वालो से वसूले 10 हजार ( NMC Recovered just 10,000 who Spit on Road)

सड.कों पर थूकने वालों के खिलाफ मुंबई मनपा ने सख्ती से कार्रवाई करते हुए उनसे छह महीनों में 2.25 करोड. रु. जुर्माना वसूल किया है, लेकिन नागपुर मनपा प्रशासन को शहर में सड.कों पर थूकने वाले दिखाई नहीं दे रहे हैं. जुर्माने के तौर पर वसूली गई रकम इसी ओर इशारा कर रही है. मनपा को केवल सतरंजीपुरा और मंगलवारी जोन में थूकने वाले दिखाई दिए, बाकी आठ जोन में या तो कोई थूकनेवाला मिला नहीं, या फिर उनके खिलाफ कार्रवाई करने में कोताही बरती गई. यही वजह रही कि मनपा ने मार्च में सड.क पर थूकने वालों से महज दस हजार रु. जुर्माना वसूल किया है. इससे मनपा की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है.

हालांकि लोगों का मानना है कि मनपा यदि मुंबई जैसी कार्रवाई करे तो तिजोरी में एक करोड. रुपए भी आएंगे और शहर भी साफ रहेगा. लोगों को उम्मीद है कि महापौर अनिल सोले व आयुक्त संजीव जायस्वाल इसके लिए प्रशासन को सजगता से काम पर लगाएंगे. प्राचीन समय से थूकना निषिद्ध माना गया है. इसे गंदी आदत माना जाता है. थूकनेवाले को राक्षसी मानसिकता का माना जाता है. मानसोपचार विशेषज्ञों के अनुसार अकारण थूकनेवाला व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार होता है. इस तरह सार्वजनिक स्थल पर थूकनेवाले लोगों पर रोक लगाना जरूरी हो गया है. इस तरह थूकने से लोगों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है यह तथ्य थूकनेवाले लोग भूल जाते हैं. थूकनेवालों के खिलाफ कानून बना है और जुर्माने का प्रावधान है. मगर सुंदर नागपुर- स्वच्छ नागपुर का नारा देनेवाली नागपुर महानगरपालिका इस नारे को भूल गई है. मुंबई महानगरपालिका ने थूकनेवालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए छह महीनों में सवा दो करोड. रुपए जुर्माने के रूप में वसूल किए मगर नागपुर महानगरपालिका इस मामले में फिसड्डी साबित हुई है.

क्या कहता है नियम : शहर में सफाई की जिम्मेदारी महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग को सौंपी गई है. महानगरपालिका के कानून के मुताबिक शहर में खुले में शौच करना, मूत्रत्याग करना, थूकना, धूम्रपान करना जुर्म है और इसके लिए मनपा की नागरी पुलिस तत्काल 200 रुपए जुर्माना ठोंक सकती है. साथ ही संबंधित व्यक्ति को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण भी मांगा जाता है. मुंबई पुलिस कानून के मुताबिक पुलिस भी इसके लिए 100 रुपए जुर्माना लगा सकती है. लेकिन महानगरपालिका का स्वास्थ विभाग हो या पुलिस विभाग, दोनों उदासीन हैं.
मनपा की नागरी पुलिस क्या कर रही है? : शहर में सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए महानगरपालिका ने 57 नागरी पुलिस नियुक्त किए हैं. इन्हें शहर में गंदगी फैलानेवालों के खिलाफ कार्रवाई के अधिकार दिए हैं. ये पुलिस कर्मी कचरा डालनेवालों, रास्ते पर रेती, गिट्टी डालनेवालों पर तो कार्रवाई करते हैं पर थूकनेवालों पर कार्रवाई करते नजर नहीं आते. कार्रवाई नहीं होती इसलिए नागरिक खुलेआम सड.कों पर थूक रहे हैं.
मनपा कार्यालय को भी नहीं बख्शा: थूकनेवालों ने मनपा कार्यालय को भी नहीं बख्शा. मनपा की इमारत में प्रवेश करते वक्त बाहर के पोर्च में लोगों ने एक कोना थूक-थूककर लाल कर दिया है. पहली मंजिल पर जाते वक्त जीने के कोने भी लाल नजर आएंगे. खास बात यह है कि जहां थूकते हैं उसके पास ही 'थूकिए मत' का बोर्ड लगा है.

News taken from http://epaper.lokmat.com

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